સોમવાર, 28 એપ્રિલ, 2014

वैज्ञानिकों ने खोजा "दिर्घायु" प्राप्त करने का "अमृत"

वैज्ञानिकों ने खोजा "दिर्घायु" प्राप्त करने का "अमृत" 

 

 

इसे अमृत ही कह सकते हैं क्योंकि इसे पीने से आयुष्य बढ सकता है. हालाँकि इसका परीक्षण इंसानों पर किया जाना बाकी है परंतु एक कोषीय यीस्ट और चूहों पर किया गया परीक्षण सफल रहा है.
वैज्ञानिकों ने पाया कि यदि एमिनो एसिड के एक विशेष मिश्रण को पानी में घोल कर पिलाया जाए तो चुहों का जीवन बढ सकता है. पानी में मिलाए जाने वाले इस मिश्रण को ब्रांच्ड चैइन एमिनो एसिड कहते हैं जिसमें मुख्यत: 20 में से 3 एमिनो एसिड का इस्तेमाल किया गया है. ये तीन एमिनो एसिड कम्पोनेंट हैं - ल्यूसाइन, आइसोल्यूसाइन और वेलाइन. ये तीनों एसिड प्रोटीन बनाने के काम आते हैं.

जिन चूहों को ये तीन एमिनो एसिड के मिश्रण वाला पानी पिलाया गया उन्होनें आम चूहों की अपेक्षा अधिक आयु प्राप्त की. इस शोध से जुडे एंज़ो निसोली के अनुसार - यह अपनी तरह का ऐसा पहला परीक्षण है जिसमें हमने साबित किया है कि एमिनो एसिड का सेवन कराकर चूहों का जीवन बढाया जा सकता है.

अपनी शोध के लिए वैज्ञानिकों ने मध्यम उम्र के स्वस्थ चूहों को ब्रांच्ड चैइन एमिनो एसिड पानी में घोलकर पिलाया. इसी उम्र के कुछ अन्य स्वस्थ चूहों को सादा पानी पिलाया जाता था. वैज्ञानिकों ने बाद में पाया कि जिन चूहों ने कुछ महिनों तक अतिरिक्त एमिनो एसिड मिला हुआ पानी पीया था उन्होनें दीर्घायु प्राप्त की. बाकी चूहों ने जहाँ लगभग 774 दिनों का जीवन जीया, इन चूहों ने 869 दिनों का जीवन प्राप्त किया. यानी 12% अधिक.

एमिनो एसिड के इन कोम्पोनेंट का सेवन करने से हृदय अच्छे से काम करता है और स्नायू मजबूत बनते हैं. इसके अलावा वैज्ञानिकों ने पाया कि इससे SIRT1 जीन भी अधिक क्रियाशील हो जाता है. यह जीन दीर्घायु के लिए जिम्मेदार होता है. यही नहीं इससे रोगप्रतिरोधक क्षमता भी अधिक कार्यशील होती है.

अब इस कोम्पोनेंट का परीक्षण इंसानों पर किया जाएगा. 

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